अर रयानएक दिन पहले
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फीफा वर्ल्ड कप 2022 के 7वें प्री-क्वार्टर फाइनल में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। 2010 का वर्ल्ड चैंपियन स्पेन एजुकेशन सिटी स्टेडियम में मोरक्को से हारकर बाहर हो गया। 90 के बाद 30 मिनट के एक्स्ट्रा टाइम में भी स्कोर लाइन 0-0 ही रही।
रिजल्ट के लिए पेनल्टी शूटआउट किया गया। मोरक्को ने 4 में से 3 पेनल्टी गोल में कन्वर्ट कर दी। वहीं, स्पेन एक भी पेनल्टी पर स्कोर नहीं कर सका।
स्पेन के खिलाड़ी पेनल्टी शूटआउट में एक भी गोल नहीं दाग सके। मोरक्को के गोलकीपर यासिन बोनो ने टीम के तीनों ही प्रयास रोक लिए।
3 की 3 पेनल्टी मिस कर गया स्पेन
90 मिनट तक दोनों ही टीमें कोई भी गोल स्कोर नहीं कर सकी। 30 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम एड किया गया। इसमें भी दोनों टीमें गोल नहीं कर सकी। रिजल्ट निकालने के लिए पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया। मोरक्को को पहले चांस मिला।
अब्देलहामिद साबिरी ने राइट कॉर्नर में गोल दागकर स्कोर 1-0 किया। स्पेन के पाब्लो सराबिया पेनल्टी मिस कर गए। मोरक्को के हकीम जिएच ने दूसरी पेनल्टी पर गोल दाग कर स्कोर 2-0 कर दिया। स्पेन के लिए कार्लोस सोलर दूसरी पेनल्टी भी मिस कर गए। मोरक्को के बाद्र बेनौन तीसरी पेनल्टी पर स्कोर नहीं कर सके।
मिस के बाद लगा जैसे स्पेन वापसी कर लेगा, लेकिन सर्जियो बस्केट्स टीम की तीसरी पेनल्टी भी मिस कर गए। मोरक्को के अचरफ हकीमी ने टीम की चौथी पेनल्टी को गोल में कन्वर्ट कर टीम को 3-0 से जीत दिला दी। मोरक्को का मुकाबला क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल-स्विट्जरलैंड मैच की विजेता टीम से 10 दिसंबर को होगा।
मोरक्को ने 4 में से 3 पेनल्टी को गोल में कन्वर्ट किया।
स्पेन का लगातार तीसरा खराब वर्ल्ड कप
इस हार के साथ ही स्पेन इस बार के वर्ल्ड कप में भी प्री-क्वार्टर फाइनल स्टेज से आगे नहीं बढ़ सका। 2018 के वर्ल्ड कप में भी टीम रूस से पेनल्टी शूटआउट में ही हारकर राउंड ऑफ 16 से बाहर हो गई थी।
2014 में स्पेन ग्रुप स्टेज से आगे भी नहीं बढ़ पाया था। उसे चिली और नीदरलैंड से हार का सामना करना पड़ा था। 2010 में स्पेन ने 116वें मिनट में गोल कर नीदरलैंड को फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में हराया था। इस टूर्नामेंट के बाद टीम के लगातार 3 वर्ल्ड कप खराब रहे।
स्पेन की टीम ग्रुप स्टेज में जापान से हार गई थी। जर्मनी ने उन्हें ड्रॉ पर रोका। कोस्टारिका को उन्होंने पहले मैच में 7-0 से हराया था।
हावी रहा, लेकिन गोल न दाग सका स्पेन
स्पेन पूरे मैच में अटैक करता रहा, उन्होंने मैच में 13 शॉट्स लगाए, जिनमें से एक टारगेट पर था। उधर मोरक्को 6 ही शॉट लगा पाया, इनमें से 2 टारगेट पर थे। स्पेन ने मैच में 1019 पास किए, जबकि मोरक्को 304 पास ही कर सका। स्पेन ने 77% बॉल पॉजेशन अपने पास रखा, उन्हें 8 कॉर्नर भी मिले। लेकिन, टीम गोल नहीं कर सकी। दोनों ही टीमों को 1-1 यलो कार्ड मिला।
स्पेन की टीम ने पूरे मैच में 1019 पास किए।
अब देखें दोनों टीमों का स्टार्टिंग इलेवन…
स्पेन: (4-3-3) उनाई सिमन (गोलकीपर), एमरिक लापोर्ते, रोड्री, जोर्डी एल्बा, एम लॉरेंटे, गावी, सर्जियो बुस्केट्स, पेड्री, फेरान टॉरेस, मार्को एसेंसियो और डानी ओल्मो।
मोरक्को: (4-3-3) यासिन बोनो (गोलकीपर), अशरफ हकीमी, नूस्सैर मजरौई, नायेफ एगुएर्ड, रोमेन सैस (कप्तान), हाकिम जिएच, एस आम्रबात अज्जदीन ओनाही, सेलिम अमाल्लाह, सौफियान बाउफल और यूसुफ एन-नासरी।
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