जयपुरएक घंटा पहले
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जयपुर में चार साल बाद इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मुकाबले हो रहे हैं। हर मैच से पहले कुछ न कुछ विवाद सामने आ रहा है। कभी स्टेडियम में अवैध निर्माण तो कभी मैच के दौरान पुलिसवालों की अवैध एंट्री से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन सुर्खियों में है। मंगलवार को राजस्थान सरकार के यूथ बोर्ड उपाध्यक्ष सुशील पारीक ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अनियमिता और भ्रष्टाचार के आरोप लगते हुए लीगल नोटिस भेजा है।
यूथ बोर्ड उपाध्यक्ष सुशील पारीक ने कहा- आईपीएल मैच के दौरान राजस्थान रॉयल्स मैनेजमेंट ने न सिर्फ RCA के साथ हुए एमओयू की शर्तों का उल्लंघन किया है। साथ ही राजस्थान की जनता को भी ठगने का काम किया है।
बाउंसर ने मंत्री को घुसने से रोक दिया
उन्होंने कहा- मैच के दौरान टिकट से लेकर पानी तक हर चीज की कालाबाजारी की जा रही है। वहीं, दूसरी ओर एसएमएस स्टेडियम में बने यूथ बोर्ड के ऑफिस में कर्मचारियों को ही नहीं घुसने दिया जाता है। इतना ही नहीं एसएमएस स्टेडियम में किराए के बाउंसर सरकार के मंत्री को घुसने से रोक देते हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसलिए मैंने राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन, स्पार्क इवेंट कंपनी और रॉयल किंग सिक्योरिटी कंपनी को लीगल नोटिस भेजा है। इसमें आईपीएल के दौरान हो रही अनियमितताओं की जांच के साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। अगर अगले 24 घंटों में राजस्थान रॉयल्स द्वारा मुझे लीगल नोटिस का जवाब नहीं दिया गया। तो खेल मंत्रालय और कोर्ट द्वारा राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यूथ बोर्ड उपाध्यक्ष सुशील पारीक ने लगाए आरोप।
पारीक ने कहा- राजस्थान रॉयल्स के कर्मचारियों द्वारा की जा रही लापरवाही की शिकायत मैंने राजस्थान रॉयल्स का कोडिनेटर और स्पार्क इवेंट के मालिक राजीव खन्ना से भी की थी। उन्होंने इस पूरे मामले पर मेरी मदद करने की जगह मुझे धमकी भरे लहजे में कहा- ऐसे आयोजन में सालों से करवाता आ रहा हूं। तुम जैसे कितने ही लोग आ गए और कितने ही चले गए। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
आरोप तथ्य हीन
सभी आरोपों पर राजीव खन्ना ने कहा- यूथ बोर्ड उपाध्यक्ष द्वारा लगाए गए सभी आरोप तथ्य हीन है।
पहले भी हो चुके विवाद
बता दें कि इससे पहले भी जयपुर में आईपीएल मैच के तीनों मैच से पहले कुछ ना कुछ विवाद सामने आया था। जहां पहले मैच के दौरान खेल मंत्री अशोक चांदना ने सवाई मानसिंह स्टेडियम के वीआईपी ब्लॉक को सीज कर दिया था। जिसकी वजह से बड़ी संख्या में दर्शकों को परेशान होना पड़ा था। वहीं, दूसरे मैच के दौरान भी आखरी वक्त पर राजस्थान रॉयल्स को स्टेडियम में किए गए निर्माण की स्वीकृति मिली थी। जिसको लेकर राजस्थान रॉयल्स की काफी किरकिरी हुई थी।
इसके बाद तीसरे मैच से पहले सीजीएसटी की टीम ने राजस्थान रॉयल्स और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 22 करोड रुपए से ज्यादा के टैक्स चोरी का नोटिस जारी किया था। इसके बाद आनन-फानन में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा 10 करोड़ की राशि जमा करवाई गई। जिसकी जांच लगातार जारी है। वहीं आईपीएल मैच के पास को लेकर क्रीड़ा परिषद के उपाध्यक्ष और कर्मचारी ही आमने-सामने हो गए थे। इसके बाद खेल विभाग के कर्मचारियों ने ही मैच के पास को जला दिया था। ऐसे में आज चौथा मैच शुरू होने से पहले एक नया विवाद सामने आ गया है।
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