स्पोर्ट्स डेस्क9 मिनट पहले
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क्रिकेट जगत में सचिन तेंदुलकर का कद साल दर साल बढ़ता ही चला गया। आखिर में शतकों का शतक यानी कि ‘महाशतक’ जमाने वाले पहले क्रिकेटर बने।
न भूतो न भविष्यति। मतलब…जो न पहले हुआ था और न आगे होगा।
क्रिकेट इतिहास में किसी एक खिलाड़ी के लिए यह कहना हो तो जो नाम सबसे ज्यादा लोगों के जेहन में आएगा वह है सचिन तेंदुलकर। क्रिकेटर्स बहुत हुए, स्टार क्रिकेटर्स भी बहुत हुए लेकिन सचिन तेंदुलकर जैसा न पहले हुआ था और न बाद में। सचिन के 50वें बर्थडे पर आज इस स्टोरी में हम सचिन से जुड़े ऐसे ही 5 फैक्ट जानेंगे जो यह साबित करते हैं उनके जैसा होना मुश्किल ही नहीं मामुमकिन क्यों है…?
सबसे पहले सचिन के कीर्तिमान…
शुरुआत ग्राउंड पर सचिन के आंकड़ों से ही करते हैं…
इंटरनेशनल क्रिकेट में 664 मैच, 782 इनिंग्स, 34357 रन और 100 शतक। ये क्रिकेट में बल्लेबाजी से जुड़े स्टैट्स के माउंट एवरेस्ट हैं। बहुत से खिलाड़ियों ने इस पर चढ़ाई करने की कोशिश की है लेकिन कोई आधे रास्ते में हांफ गया तो किसी का जज्बा चोटी के करीब पहुंचकर जवाब दे गया। ये रिकॉर्ड्स अनब्रेकेबल माने जाते हैं और फिलहाल कोई भी इनके आस-पास नहीं है।
क्रिकेट को करोड़ों-अरबों का खेल सचिन ने बनाया
ऐसा नहीं है कि सचिन पहले ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने दुनियाभर के गेंदबाजों के छक्के छुड़ाए। उनसे पहले डॉन ब्रैडमैन, विव रिचर्ड्स जैसे धुरंधर आए थे। लेकिन, सचिन दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिनकी बदौलत यह खेल प्रोफेशनल जगत में करोड़ों-अरबों का खेल बन गया।
सचिन मल्टी मिलियन डॉलर की ब्रैंड डील पाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। सबसे पहले 1995 में वर्ल्ड टेल ने उनके साथ करार किया था। उसके बाद 2001 में 800 करोड़ के एग्रीमेंट के साथ 5 साल के लिए डील को आगे बढ़ाया। वे 100 करोड़ से ज्यादा की डील करने वाले पहले क्रिकेटर बन गए।
इसके बाद ही बड़े-बड़े फाइनेंशियल प्लेयर्स को अहसास हुआ कि क्रिकेटर्स भी ब्रांड बन सकते हैं और उनसे जुड़कर अपने प्रोडक्ट को हिट कराया जा सकता है। सचिन ने जो रास्ता खोला उस पर चल कर धोनी, कोहली, शर्मा जैसे अरबपति खिलाड़ियों की फौज आई।
रिटायरमेंट के बाद भी सचिन की नेटबर्थ 1450 करोड़ रुपए है।नीचे ग्राफिक्स में देखिए सचिन के बड़े बिजनेस एंडोर्समेंट
टीम गेम में बने वन मैन आर्मी, सचिन आउट तो टीवी बंद
एक समय सचिन भारतीय क्रिकेट फैंस की उम्मीद का दूसरा नाम थे। तब टीम गेम क्रिकेट वन मैन अर्मी बन गया था। 90’s के दौर में जैसे ही सचिन आउट हो जाते थे, तो खेल खत्म माना जाता था। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 21वीं सदी के शुरुआती कुछ सालों तक सचिन के आउट होने पर टीवी बंद हो जाया करते थे। कारण यह था कि जब तक सचिन क्रीज पर होते थे टीम इंडिया की जीत की उम्मीद बनी होती थी।
फैंस ने स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर की इमेंज बनाई थी। इससे तस्वीर से सचिन की पॉपुलारिटी का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सचिन को देखकर आए सहवाग, धोनी, विराट और रोहित
2000 के शुरुआती दशक में सचिन भारतीय युवाओं का रोल मॉडल बन गए। हर गली-मोहल्ले में उनका नाम होता। यहां तक कि बच्चों को पड़ने वाली पिता की डांट में भी सचिन होते थे। जब भी कोई पिता अपने बेट को क्रिकेट खेलने के लिए डांटता, तो कहता- ‘खेलकर क्या सचिन तेंदुलकर बनेगा…?’
सचिन की बैटिंग को देखकर लाखों-करोड़ों युवाओं ने क्रिकेटर बनने के सपने के साथ बल्ला उठाया। उनमें भारत को दो वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे कई नाम हैं, जो आगे जाकर भारतीय टीम का चेहरा बने। ये खिलाड़ी कई इंटरव्यू में कह चुके हैं कि क्रिकेट खेलने की उनकी इस्पिरेशन सचिन ही थे।
खुद डॉन ने कहा यह तो मेरी जैसी बैटिंग करता है
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज डॉन ब्रैडमैन को क्रिकेट इतिहास का सबसे महान बल्लेबाज कहा जाता है। उन्होंने 52 टेस्ट मैचों के अपने करियर मे ं29 शतक की मदद से 6996 रन बनाए थे। उनका औसत 99.96 का रहा था। एक बार डॉन ब्रैडमैन ने सचिन की बल्लेबाजी देखकर कहा था कि यह लड़का मेरी जैसी बैटिंग करता है। सचिन दुनिया के इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जिनके बारे में डॉन ब्रैडमैन ने यह बात कही थी। इसके बाद डॉन ने अपने बर्थडे पर सचिन तेंदुलकर को इनवाइट भी किया था।
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